White हाथ जोड़ कर वंदना करता हूँ ईश्वर की साधना करता हूँ अपने बड़ों की सेवा करता हूँ दुःख में भी हँस के अभिवादन करता हूँ ©संजय जालिम " आज़मगढी" # साधना#