बादलों की ओट में, छुपा छुपा सा चाँद है। देखना है हमें मगर, छुपा छुपा सा चाँद है।। दृष्टि हमारी है वहाँ, चाँद निकलेगा जहाँ एकटक देखें लेकिन, दिखता नहीं चाँद है।। दिख नहीं रहा है वो, बादलों के कारण ही, मुझको लगता है मगर, घूँघट ओढ़े चाँद है।। #चाँदकाइंतज़ार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi