बिछड़ते वक़्त की कहानी जिसमें लड़की कहती है कि.... हमें अब जाना होगा इस दिल्लगी को भुलाना होगा सफर था हमारा यही तक का बगैर मेरे यह जिंदगी तुझे बिताना होगा मुमकिन हुआ तो फिर मिलेंगे राहे यहीं से हमें बदलना होगा तनहाई के इस मजहब में अकेले ही तुझे चलना होगा हमें अब जाना होगा इस दिल्लगी को बुलाना होगा तब लड़का कहता है ..... बगैर तेरे जी पाएंगे कैसे ..... इस दिल से तुझे भुलाएंगे कैसे ...... तड़पकर टूट ही जाएगी मेरी सांसे, बगैर तेरे यह जिंदगी बिताएंगे कैसे ...... तेरे होने से चल रही है सांसे, तन्हाइयों में सांसे भर पाएंगे कैसे .... बगैर तेरे जी पाएंगे कैसे ..... इस दिल से तुझे भुलाएंगे कैसे...... ©BIKASH SINGH #बिछड़ते वक़्त की कहानी....