फूल हों या ख़ार हो रास्ते में हमको आदत है मुस्कुराने की, ***** सीखा है तूफानों से खेलना खाकर ठोकरें जमाने की, ***** पहुंचेगे उस पार भी हम लाख कोशिश करे कोई आजमाने की!! ©Kuldeep Dahiya #alone