कैसी तन्हाई छाई है , ए दिल बैचेन क्यों है ... पहले दिल था अकेला , अब इसमे दिमाग क्यों है ... औऱ वों दिमाग ही है जो सोंचने पर मजबूर करता है मुझे .. एक बार टूटा है ना तू , औऱ टूटना जरूरी क्यों है .. .. #### LoVe YoU #