ये सिसकियाँ भी अब कहती है मुझसे क्यों इतना दर्द में भी हो अब तक जिन्दा खुद को करे आजाद इस जग से जैसे आजाद होता है पिंजरे से परिंदा -&onali #सिसकियाँ#nojoto#नोजोटोहिंदी Yawar Amin