तुझे तेरे मुस्लिम होने पर नाज है मुझे मेरे हिंदू होने पर नाज है लेकिन खुदा तेरा भी तुझसे नाराज है और राम मेरा भी मुझसे नाराज है पाप तूने भी किए होंगे कभी गुनाह मैंने भी किए होंगे कभी इंसानियत को खोने की सजा शायद मालिक हमको दे रहा है ना खुदा तुझे मस्जिद में बुला रहा है ना राम मुझे मंदिर में बुला रहा है तो खता मेरी भी उतनी ही है और गलती तेरी भी उतनी ही है आ वक्त रहते संभल जाएं और .. इंसानियत के धर्म को अपना ले तू चाहे उसे अल्लाह कह ले मैं चाहे उसे ईश्वर कह लू है तो सब एक ही हिंदू मुस्लिम को छोड़कर चलो हम सब मिलकर एक बने और नेक बने सिर्फ भारतीय प्रत्येक बने अब तू अपने खुदा को खुश कर मैँ अपने प्रभु को मनाऊं इस संकट से मुक्त करो हे ईश्वर -अल्लाह अवसर दे , मैँ फिर से इंसान बन जाऊं । ©Mohd Hanif बहुत ही खूबसूरत बातें हैं #Kamiya Khan Official