चाहे दिल के एहसासों की कोई आवाज़ नहीं होती, आँखों से छलक ही जाते हैं, दिल की बात छुपी नहीं रहती। मन मे जो उठ रहा होता है जज़्बातों का सैलाब, उनको बयां करने के लिए लफ़्ज़ों की कोई ज़रूरत नहीं होती। #विशेषप्रतियोगिता #collabwithrestzone #restzone #rztask281 #लेखनसंगी #YourQuoteAndMine Collaborating with Nivedita Nonhare