Alone जो यहाँ से कहीं न जाता था वो यहाँ से चला गया है कहीं तुझ को क्या हो गया, के चीजों को कहीं रखता है, ढूंढता है कहीं तू मुझे ढूंढ़, मैं तुझे ढुंढू कोई हम में से रह गया है कहीं इस कमरे से हो के कोई विदा इस कमरे में छुप गया है कहीं *jaun Elia* Jaun Elia shayari