बस पेट मे थोड़ा दर्द है, शायद आज ज्यादा खा गयी ,सबको यही बताती हूँ, चलती हूँ संभल कर धीरे- धीरे लग न जाए कहीं लाल दाग इस बात से मैं घबराती हूँ ये तो प्राकृतिक है इसमे मेरा कोई दोष नही, फिर उन दिनों क्यूँ मैं सबसे नजरे चुराती हूँ, कह नही पाती माँ तक से कुछ हर वक़्त मै शर्माती हूँ, माहवारी है कोई पाप थोड़े, जो हमे इसे लेकर इतने ताने दिये जाते है, और बड़ा देवी मानते हो ना हमे, फिर क्यूँ उन 7 दिनों हमारे लिए मंदिर मश्जिद के दरवाजे बंद किये जाते हैं, #विश्व माहवारी दिवस# ©Sarah Moses विश्व माहवारी दिवस