वह अनकहा दर्द ये राज हमने अपने दिल में दबाए रखा, तेरा इश्क मैने तुझ से ही छुपाए रखा। बता देते सबको मगर मुझे डर था आंधियों का, ये दिया हमने अपने अन्दर ही जलाए रखा। तुमसे बिछड़े तो बरसो तक आईना ना देखा, हमने तेरे गम में खुद को भुलाए रखा।। चाहते तो तेरा अक्स मिटा देते कब का, मगर हर रात तेरी याद में आंखों को भींगाए रखा। ©Zainab siddiqui #ankaha #Dard #zainabsheikhsiddiqi #CalmingNature