इन निगाहों में खु़लुस है, मुसलसल देखने पर अपना इख़्तियार कर ले फ़जीलत हासिल है इन निगाहों को जिसे देख निस्बत बना ले हस्सास लगता है निगाहों में उसकी हर किसी के दिल में नक़्श छोड़ दे कुछ ख़्वाब पूरे होने की ख़्वाहिशे उसकी निगाहों में जो अक्स है हर किसी को तोड़ दे गहरी झील सी आँखों में क्या-क्या राज़ छुपे हैं निगाहों में दफ़ना लेती है जितनी बार जख़्म दुखे हैं ज़रूरी है इन निगाहों का "अनाम" रह जाना कितने नामों से पुकारोगे हर एक नाम घायल कर ले। ख़ुलुस :- सच्चाई मुसलसल :-लगातार निस्बत :-संबंध इख़्तियार :-नियंत्रण हस्सास :-स्वाभिमानी नक़्श :-निशान /छाप