हमने कहा खामोशी जमती नही इस हसीन चेहरे पर, कम-से-कम दो लफ्ज हमसे बोल लिया करो। कहीं चिपक न जाएं लब लिपिस्टिक से, इसलिए इन्हें थोड़ा खोल लिया करो। पर लब खोलते हीं उसने, मेरे अरमानों को गड्ढे में धकेल दिया। मेरे दिल के जज्बातों को रौंद कर लफ़्ज़ों से, उसने सीधा हमे भईया बोल दिया। ©Saurav Tiwari 🇮🇳 #भैया #Hopeless