// "ख़ामोशी".. मन के भाव.. // "ख़ामोशी" एक तलवार है , जिसमे जंग लगी हुयी है ! और "ज़िन्दगी" एक रणभूमि, और कोई भी युद्ध जंग लगी तलवार से नहीं जीती जा सकती । #ख़ामोशी_का_शोर // "ख़ामोशी" // ज़िन्दगी दूर होते-होते बहोत दूर होती चली गई। पानी की छपाके की वो आवाज़े भी बंद होते चले गए। रात का सन्नाटा इतना बढ़ गया, मानो जैसे "ख़ामोशी"