#OpenPoetry “ आंसू बहा बहा कर भी होते नहीं हैं कम, कितनी अमीर होती हैं आँखे फ़कीर की ” #Gåzålī #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì