आदिकाल से, गांवों में, चल रही परम्परा । बैलों का श्रृंगार होता, सर माथे नाज़ नखरा ।। पूजा जाता श्रद्धा से, यही हमारी रीत है । देश को गौमाता के संग, बैलों से भी प्रीत है ।। Image: Kuch Khass Celebrations #aaveshvaani #bail #bailpola