मेरा नाच उठता है, जब भी हो दीदार तेरा मेरे दिल में, अब कर लिया है तूने बसेरा भूल जाते हैं हम, अपने सभी ग़म जब भी मिलता है साथ तेरा 🌝प्रतियोगिता-129🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"मन मयूर"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I