Nojoto: Largest Storytelling Platform

Unsplash कदम कदम पर जो लग रही हैं ठोकर, ये रास्ते

Unsplash कदम कदम पर जो लग रही हैं ठोकर,
ये रास्ते ही गिरने से, बचाएंगे खड़े होकर।

कमज़ोर कदमों में भी आशा है,
हम दृढ़ पथ के राही हैं।
हममें केवल जीतने की अभिलाषा है।

निडरता है हमारे हृदय में,
पर्वत और सिंह को भी डर जाना है।
बस एक चिंगारी से,
सारे अंधकार मिट जाना है।

हमें रोकने की साज़िश,
हवाओं तुमको पड़ सकती है भारी।
हम अंतर्मन के विजेता हैं,
हमें आता है रुख़ बदलने तुम्हारी।

बादलों की कड़कड़ाहट से ना डरना,
जलधारा के तेज़ बहाव में संभल जाना।
हमारे इस साहस पर,
ये रास्ते ही गिरने से, बचाएंगे खड़े होकर।

©aarush
  #Book स्वरचित कविता  love poetry in hindi love poetry in Hindi
nojotouser5797191581

ptm_2299

Silver Star
New Creator

#Book स्वरचित कविता wlove poetry in hindi wlove poetry in hindi #Poetry

117 Views