सम्मान हमेशा मैं काला को काला और सफेद को सफेद कहता हूँ, इसलिए दोस्त कम और दुश्मन ज्यादा रखता हूँ। हंसी आती है जब लोग मेरे पीठ पीछे बातें करतें हैं फिर शुकुन मिलती है कि मेरे सामने बात करने की उनकी औकात ही नहीं है । ©Dilip Sharma Ghimirey दिलीप शर्मा घिमिरे #PoetInYou