ये आंखे मेरी,तेरी आंखों की मिज्गां की तलबगार हो गई, मानते है मेरी मोहब्बत एक तरफा थी लेकिन मेरे दिल में समा सी बन गई। और ज़िन्दगी की सारी खुशियां किसी बत्तमीज शायर के जहन में तबाह सी हो गई, लिखा जब उस शायर ने उसकी बेवफ़ाई की किस्से तो उसकी आंखो की मिज्गां नम सी हो गई। ©Mahtab Khan #Love #mohabbat #Nojoto #Shayari #nojotonews #nojotohindi #lovepoetry #unpluggedpoetry #ishq मिज्गां=पलक #confused