कलम लिखता हूँ तुम्हें हर्फ़ दर हर्फ़ ना बोलने की चाहत में , मेरे कलम की रोशनाई बन जाती हो, मैं अपनी वो नज़्म, किसी अनजान पते पर भेज आता हूँ .. --YASHVARDHAN #तू_ही_तू 💞