रोज़ रोज़ रोते हैं फिर भी आँखे साफ न हुई, गुस्ताखियाँ जो की थी मैंने वो भी माफ़ न हुई, गुजरती हो आज भी आँखों से दिल तक तुम, पर तेरी ज़िद के कारण मुझपे अल्ताफ न हुई। अल्ताफ-दया #love #deepak_deepanjal #deepanjal #words_gamer #ishq #mohabbat #pyar