पेहली नज़र में भी प्यार होता है दिल का चैन अक्सर यूँ ही खोता है अनजानी आँखे जब किसी पे रुक जाती है अक्सर दिल के अंदर वोह झाँक जाती है धड़कने यूँ ही दिल की बढ़ जाती है भीड़ में भी तब किसी की याद सताती है चैन दिल का खो जाता है बस एक वही चेहरा याद आता है दिल का एक अनकहा रिश्ता दिल से जुड़ जाता है पेहली नज़र में जब प्यार हो जाता है एक पल मे अजनबी दिल का मलिक बन जाता है आँखे बस वोह अजनबी आँखे ढूंढ़ती है पिया से मिलने का बस वोह बहना ढूंढ़ती है जिया को सुकून तब आता है जब आँखो के सामने उनका चेहरा आता है दिल से दिल का बस एक रिश्ता जुड़ जाता है ©Shayar Subodh #valintine #Love #Happiness #Relationship #Poetry #Shayar #love❤ #poems #qoutes