लिख कवि ऐ शायर जनमानस को लिख तेरा लिखा ही इतिहास होगा फिर लिख कई शहादत लिख आंसू लिख लिख कि समय को लिख तू आगे सरहदों को लिख तू अवाम को लिख लिख साजिशें लिख घटनाएं लिख दुनिया ऐसी बदलती है लिख लिख कि इक सच स्वीकार हुआ है बदला लिख बहादरी लिख लिख मुल्क तेरे देश को फिर से लिख नया बनता बंटता समाज लिख शौर्य लिख पराक्रम लिख कामयाबी लिख हौसला लिख तुझे जनमानस को आवाज़ देनी है लिख प्रभाव लिख सभ्यताएं लिख युद्ध लिख तेरा लिखा ही इतिहास हो जाएगा लिख लिख सब भाषाओं में लिख ऐ कवि जनमानस को लिख.... . धीर लिख