चुपचाप गुजर जाओ , इश्क की राहों से, ये मुमकिन नहीं, कहीं तो आवाज़ होगी। तुझसे मिलने की ख़ुशी का आगाज होगा पर टूटे दिल से आह निकलेगी। आँखों से सीने का दर्द बयां होगा, खामोशी का पल हमारे दरमियां होगा। अल्फ़ाज़ आँसू होंगे, न कोई आवाज़ होगी। चुपचाप गुज़र जाएंगे, तेरी राह से, बस दिल की धड़कन की आवाज़ होगी। दुनिया कब सुनती है किसी की। इससे बेहतर है यही। चुपचाप गुज़र जाओ। #चुपचाप #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi