Nojoto: Largest Storytelling Platform

मंदिर के अंदर बैठकर जो लिया जाता वह दान और मंदिर क

मंदिर के अंदर बैठकर जो लिया जाता वह दान और मंदिर के बाहर बैठकर जो लिया जाता वह भीख अजब का शब्द छल दोनों जगह पर पैसा ( धन ) माँगा जाता और दोनों ही भगवान के नाम से मांगते है । तो फिर अंदर बैठकर मांगने वाले को पंडित और बाहर बैठकर मांगने वाले को भिखारी क्यों कहते ? दोनों का काम एक जैसा ही है । इसलिए दोनों को पंडित ही कहो या दोनों को भिखारी कहो | इंसान इंसान मे भेदभाव मत करिये |
priyanshu goswami #Prayers#truelifestory
मंदिर के अंदर बैठकर जो लिया जाता वह दान और मंदिर के बाहर बैठकर जो लिया जाता वह भीख अजब का शब्द छल दोनों जगह पर पैसा ( धन ) माँगा जाता और दोनों ही भगवान के नाम से मांगते है । तो फिर अंदर बैठकर मांगने वाले को पंडित और बाहर बैठकर मांगने वाले को भिखारी क्यों कहते ? दोनों का काम एक जैसा ही है । इसलिए दोनों को पंडित ही कहो या दोनों को भिखारी कहो | इंसान इंसान मे भेदभाव मत करिये |
priyanshu goswami #Prayers#truelifestory