मातृभूमि की सेवा में मिट जाए हम, मन करता है ऐसा कुछ लिख जाए हम अभिलाषा है कभी भी न ,घबराये अब , हिन्दू है ,बस हिंदी में मिल जाये हम. _anshul हिंदी दिवस