नीद तो युही बदनाम है रातों की, अक्सर रात तो जगे ही बीत जाती है, तुम्हारी खयालात तो, दिलों मे तैरते है दरिया को हम दिल मे उतार लेते हैं... #World_Sleep_Day //diksha// Mahi