आरजू मै तेरी मुहब्बतो की बरकरार रखूंगा। तड़प भी तेरी उन यादो की बरकरार रखूंगा। तुम्हें आशियाना गैरो का पसंद है,फिर क्या। मै कीमत अपने घरोंदो की,बरकरार रखूंगा। इश्क का मोल है,ना वफा का उम्मीद कहीं। मगर हसरतें नादां दिल की बरकरार रखूंगा। दर्द देके भी मुझे,,वफा की उम्मीद करते हो। आह चुभते हुये लफ्ज़ो की बरकरार रखूंगा। उतरा हूँ समंदर मे,तो तूफानो का डर कैसा। मै चाल सभी कश्तियों की बरकरार रखूंगा। लोट कर आओगे मेरे पास,एक रोज सनम। लिखकर किताब बातों की बरकरार रखूंगा। SHADAB AHMAD #nojoto #event #shayri #love #quotes #stories #poem #hindi