2 Years of Nojoto हे उपवन की अनमोल कुसुम , हो कोमलता की रानी तुम । सुंदरता तुमसे शरमाये, हो प्रेम शब्द की जातक तुम। तुम ऋतुओ में वसंत जैसी , त्यौहरों में दीवाली हो। तुम हो गंगा जैसी पावन , देवियों में जैसे लक्ष्मी हो । तुम मानो या ना मानो पर, तुम मेरे मन की राधा हो । मेरे पथ की तुम शक्ति हो, जीवन की बनी प्रेरणा हो । teri sundarata... Bhawana Pandey