अपने रवैये से तुम झुका सकते हो अपने क़दमों में ज़माने को डटे रहो, तुममें वो फ़ौलाद अब भी कहीं ना कहीं बाकी है निडर हो बढ़ाए चलो कदम अपने तुम मंज़िल की ओर पहुँच जाओगे तुम ज़रूर वहाँ, जीतने का ज़ज्बा तुममें बाकी है Rest Zone #restzone #लेखनसंगी #rztask281 #rzलेखसमूह #YourQuoteAndMine Collaborating with Saloni Khanna