किससे क्या कहना है? थोड़ा सोच कर बताया करो। हम सिर्फ तुम्हारे है, इस गलतफहमी मैं ना रहा करो॥ हकीकत है। हम भी होना चाहते है,तुम्हारे। पर तुम सिर्फ मेरे हो ये यकीं तो दिलाया करो॥ अच्छा छोड़ो सभी बातें ये फिजूल ही सही,। पर फकत दिल मे है जो तेरे बात, वो बताया तो करो॥ मैं यूं तो कोई गैर नही इश्क हूं तुम्हारा। बस तुम हमे ये यकीं दिलाया तो करो॥ ओर हरकते सुधारो अपनी ,,हर रोज़ मरता हूं मैं। तुम यू रेत पर लिखकर मेरा नाम मिटाया ना करो॥ ©Dr R.k Dwivedi मिटाया न करो॥ #BooksBestFriends