झुकी झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं, दबा दबा सा ही सही, दिल में प्यार है कि नहीं..... मुकम्मल कर दे जो हमारे रिश्ते को, मेरी तरह उन लम्हों का तुम्हें इंतज़ार है कि नहीं..... ये दूरियाँ तो सिर्फ दो राहों की, इन दूरियों में भी तुम्हें करार है कि नहीं..... झुकी झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं, दबा दबा सा ही सही, दिल में प्यार है कि नहीं..... झुकी झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं..... #Nojotoapp इस शेर की प्रथम दो पंक्तियाँ महान ग़ज़ल सम्राट व गीतकार जगजीत सिंह जी(🙏🏻🙏🏻) के गीत की है, इसे आधार बनाकर इस शेर को पूर्ण किया है। आशा है यह आपको पसंद आयेगी। Ritika suryavanshi Soumya Jain pooja negi#