काश, ये ख़्वाब मेरा मुकम्मल हो जाए, तेरा साथ ताउम्र के लिए हासिल हो जाए।। आजीवन तुझ पर ऐतबार का वादा करती हूं मैं, और तेरा भी मुझ पर यकीं मुसलसल हो जाए।। अब ज़र्फ़ ही नहीं कि तेरे अलावा किसी और के लिए सोचूं, काश, ऐसी ही तेरे दिल में भी कोई हलचल हो जाए।। ©Deepa Ruwali #Poetry #शायरी #Shayari #shayri #writer #writing