ना पीर छोडा ना फिकर छोडा ना बाबा छोडा ना ही देवता छोडा मगर जीवन की समस्याओं का पईया किसी से ना हिला जब बात समझ मे ये आई फिर शासो ने साथ छोडा और मुख से एक बात निकली पाखंड को बढावा तुने भी बहुत दिया Robin Katyan