उसके होते हुए भी तन्हा रहा था मैं, उसकी खुशी की खातिर हर पल हाज़िर था जब मुझे उसकी जरूरत थी, तब वही गैरों का हाथ थामे खड़ा था। ©writershikhakashyap #Road#roadnottaken #Shayari #Hindi पूजा उदेशी Dhyaan mira