सुनो... आज तुम्हारी बहोत याद आ रही हैं यार... Read the caption.... सुनो..... आज तुम्हारी बहोत याद आ रही हैं यार, याद आ रही हैं वो सब बातें जो कभी हम फुर्रसत में बैठकर करते थे। वो जो तुम गुस्सा हो जाते थे छोटी छोटी बातों पर, और मैं देर तलक़ मनाता था तुम्हें, याद आता है मुझे तुम्हारा वो सेविंग के लिए टोकना और मुझे बुद्धू जैसी ढेरों उपाधियां देना... और तो और तुम्हारे भेजे वो पास्ता...यार आज भी सेव है मेरी फोन गैलेरी में। याद है ना तुम्हे वो चावल वाली बातें...कभी याद आ जाए तो बहुत हंस पड़ता हूं, फिर एकाएक याद आती हैं उस दिन कि वो रात जब तुमने मुझे पहली बार............