देह विसर्जन से पहले तू अस्ति अनुबंध चुकाले अपने तर्पण और समर्पण से भव बंधन यार घटाले अपने ईश्वर अंस जीव अविनासी तू है कर प्रयास उस ब्रह्म में मिलाले खुद को ! अस्ति जब तक है, कर प्राणी पुण्य संचयन, जग है माया,मोह त्याग...कर प्रभु सुमिरन! नश्वर यह काया , क्या नहीं तुझको स्मरण? मरणोपरांत है देह दहन व अस्थिविसर्जन!! #दीप #अस्ति #अस्थि #challenge #yqdidi #विसर्जन #YourQuoteAndMine