सुबह-सुबह न हीं दिल त आवाज निकल गी रे बावले बेमौत मारा जावेगा उसकी यादा के चक्करा म जद महारा कन् खून ही ना आवेगा रग रग मैं उसका पहरा गोलू स्वामी rag rag me uska phra