तुम बिन कैसे गुजरे ये दिन तुम बिन कैसे कटे ये रतियाँ तुम बिन सूनी पड़ी ये गलियाँ तुम बिन सूनी है ये बहियाँ तुम बिन कैसे कटे ये जिंदगानी तुम बिन कैसे रहूँ मैं बनके रानी हो गई हूँ तेरे इश्क़ में पागल ढूंढू तुझे मैं इधर उधर बनके दीवानी #VKpoetry44 *पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें। #vkpoetry #collabwithvkpoetry 🏵️ कैप्शन को ध्यानपूर्वक पढ़कर रचना करें 👇