दोस्तों सोनभद्र से पहले भी देश के अंदर कई जगह काफी सारा खजाना हाथ लगा है, पर वह देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने में युज नहीं हुआ, यह पता नहीं वह कहां गया कहां नहीं सोनभद्र में जो तीन हजार टन सोना मिला है मुझे नहीं लगता कि यह भी देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के काम में लाया जाएगां. मेरा ख्याल है इस पैसे से देवालय और धार्मिक संगठन चलाई जाएगें