3) नापना चाहते हैं गहराई हमारी कुछ लोग 'सिफर'। किनारे खड़े-खड़े, आखिर बीच भंवरिया ड़ोले कौन।। 4) रकीब,झुठे,और अत्याचारी सब मस्ती में झुमें गाये। हम बस ताकते एक-दुजे को कि सच्चाई बोले कौन।। 5) सब आत्मा, सिद्धांत बेचकर चालाकी खरीद लाए। इन मुर्खों को क्या बतलाऊँ इनसे ज्यादा भोले कौन।। #NojotoQuote 1) साँप को जिव्या पर रख कर पूछते सपोले कौन। आत्मा मैली हो तो फिर शरीर के दाग धोले कौन।। 2) जबकि सारा जमाना बंद है दिल की दिवारों में। फिर मुझ आजाद इल्म की खातिर द्वार खोले कौन।।