भौतिकता की भेड़चाल के पिछे गाँव और मिट्टी के घर छोड़ आते हैं शहर में आकर घड़ी की सुइयों में अपना जीवन फँसा कर रह जाते हैं यहाँ मेहमान बोझ सा लगता है वहाँ मेहमान भगवान बन जाते हैं मिल जाती है बहुत कुछ सुविधाएं लेकिन शुद्ध हवा पानी खाना और सुकून तो गाँव में ही रह जाते हैं मिट्टी के घर याद आते हैं ! शहर के इन मकानों में सुकून नहीं मिल रहा। गर्मी ने लोगों के दिल भी झुलसा दिए हैं। याद बहुत आते हैं अब मिट्टी के वो घर और उन घरों में रहने वाले लोग। #मिट्टीकेघर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi