।। बुद्ध पूर्णिमा ।। सन्यास बुद्ध का व्यर्थ हुआँ संसार में ओ ही अनर्थ हुआँ ज़िसके लिए त्यागा घर को उससे संसार क्या मुक्त हुआँ ? बंधन में आज भी दुनियाँ हैं मुक्त हुआँ ना बुद्ध किसी से घर त्यागें लाखों सन्यासी पर हुआँ संसार ना शुद्ध किसी से धर्म का राह दिखाया जो कई हिंसा युद्ध कराया वो जीकर देखों बिना धर्म के कितनी शांति हैं बताओं तो घर त्यागें कोई बुद्ध ऐसा हो मिटा दे धर्म जो सब फ़ैला हो इंसान सभी तब बुद्ध होगा मानवता मन में जगा दे तो ।। ©बिमल तिवारी "आत्मबोध" #बुद्ध_पूर्णिमा