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दुकान जली किसी रमेश की या मकान जला किसी अब्दुल का

दुकान जली किसी रमेश की  या मकान जला किसी अब्दुल का...

बुरे वक्त में पड़ोस के साथी को तुम आज दुश्मन बनाये बैठे हो..

बहुत खुश हो रहे हो किसी का मकान जलता देख, तो किसी की दुकान जलती देख..

अरे जाहिलो ये कैसा खुद को इंसान बनाये बैठे हों...

तुम्हे जलता देख खुश है आज दुश्मन देश भी.....

बोल रहा हैं कि हम क्या मारे इन जाहिलो को ये खुद का देश जलाए बैठे हैं....

सुबह का अखबार उठा के देखा तो..

तुम तो सारा शहर जलाए बैठे हो..

और pok ओर लाहौर की बात तो छोड़ो...

तुम तो दिल्ली को कश्मीर बनाये बैठे हो...

अरे ये क्या लाशों का अम्बार सजाए बैठे हो...

तुम अपने ही घर मे इंसानी रूप में दहशतगर्द बिठाए बैठे हो...

चंद लोगो के बहकावे में आकर अपने भाइयों को जला दिया...

अरे जाहिलो ये कैसा हिन्दुस्तान बनाये बैठे हो.....

#शांति_अपील #splash2020 #kavyapankh6
दुकान जली किसी रमेश की  या मकान जला किसी अब्दुल का...

बुरे वक्त में पड़ोस के साथी को तुम आज दुश्मन बनाये बैठे हो..

बहुत खुश हो रहे हो किसी का मकान जलता देख, तो किसी की दुकान जलती देख..

अरे जाहिलो ये कैसा खुद को इंसान बनाये बैठे हों...

तुम्हे जलता देख खुश है आज दुश्मन देश भी.....

बोल रहा हैं कि हम क्या मारे इन जाहिलो को ये खुद का देश जलाए बैठे हैं....

सुबह का अखबार उठा के देखा तो..

तुम तो सारा शहर जलाए बैठे हो..

और pok ओर लाहौर की बात तो छोड़ो...

तुम तो दिल्ली को कश्मीर बनाये बैठे हो...

अरे ये क्या लाशों का अम्बार सजाए बैठे हो...

तुम अपने ही घर मे इंसानी रूप में दहशतगर्द बिठाए बैठे हो...

चंद लोगो के बहकावे में आकर अपने भाइयों को जला दिया...

अरे जाहिलो ये कैसा हिन्दुस्तान बनाये बैठे हो.....

#शांति_अपील #splash2020 #kavyapankh6