बेक़रार इस दिल की आहट को, वो बख़ूबी पहचान लिया करता है फिर मसरूफ़ियत का बहाना बना- कर नज़रअंदाज़ कर दिया करता है "जैसे तुम्हें आते हैं न आने के बहाने.. ऐसे ही किसी रोज़ ना जाने के लिए आ.. रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ.. आ फिरसे मुझे छोड़ के जाने के लिए आ.." ~ Taalib Baaghpati #बेक़रार #आहट #मसरूफ़ियत #नज़रअंदाज़ #yqdidi #yqbaba #latenightmusings