फिर भी मैं गलत नहीं हू, मालूम उन्हे भी हैं। थोड़ा बहक गया, थोड़ा टूट गया, थोड़ा थोड़ा पीछे छुट गया। मैं मैं न रहा,मेरा कुछ न रहा एक पल में सब कुछ लूट गया। बेबाकी से जीने वाला, आज कुछ कुछ बोल गया प्यार की कस्ती इश्क का समंदर उसमे ऐसा डूब गया, कहूं उसे तो कैसे कहूं, मेरा सब कुछ पीछे छूट गया। ©Deep Swami #Galati