मैं एक वृक्ष सघन तुम तने पर आश्रित लता गुथे हुए रस्सी के जोड़ें से आत्मिक धागों से बंधे हुए। तुम जैसी हो वैसी ही रहना अपनी पहचान खो कर किसी की मत होना, जो तुम्हारे व्यक्तिव को अपना अस्तित्व समझ बैठे उसकी ही तुम हो जाना। उस को सौंप देना अन्तर्मन का प्रत्येक विषाद हँस लेना सबके साथ गर दिल भर आए तो लग कर गले उसके जी भर कर रो लेना। जब मन लगे नहीं तुम्हारा कहीं तुम उस दिल के कोने में चले जाना जहाँ तुम्हारे लिए बस प्यार ही प्यार हैं। 💖💖💘💖💖 ✍️राहुल अपने #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqhindi #yqaestheticthoughts #yqdiary #yqkora_kagaz