जिंदगी सपनो और उम्मीदों से घबराकर मरना चाहती है और ये सांसे जिंदगी में कुछ करना चाहती है।। चंद लम्हे जी भर के जीना चाहती है दूर खुद को खुदकरजी के लिबाज़ से कर पाक दिल से मोहब्बत करना चाहती है मेरी रूह की जिद है वो आसमां से पहले ज़मीन पर कुछ वक्त तारों संग चमकना चाहती है जिंदगी सपनो से घबराकर मरना चाहती है और ये सांसे जिंदगी में कुछ करना चाहती है ।। jindagi #simply complicated complicated therories of simple life ✍️ तारे ज़मीन पर.. ✍️✍️