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सुनो ! ढल जाना चाहता हूं,तेरी सांसो की शाम में , अ

सुनो !
ढल जाना चाहता हूं,तेरी सांसो की शाम में ,
अब और ठहरा न जाऐगा हमसे |
क्युंकी तेरी आंखो की रात में कोई और चांद हो  ,
ये देखा न जाऐगा हमसे |

©krishna singh chauhan #loveurself❤ 
#uhad

#alonesoul
सुनो !
ढल जाना चाहता हूं,तेरी सांसो की शाम में ,
अब और ठहरा न जाऐगा हमसे |
क्युंकी तेरी आंखो की रात में कोई और चांद हो  ,
ये देखा न जाऐगा हमसे |

©krishna singh chauhan #loveurself❤ 
#uhad

#alonesoul